
देवहिति - अर्थात “दिव्य व्यवस्था” या “दिव्य अध्यादेश”
इस दैवीय व्यस्वस्था अर्थात सृष्टि को समझने के लिए कई जन्म भी पर्याप्त नहीं हैं। ऐसे में हमारे सामने यदि कोई विकट संकट आ जाये, जैसे कोरोना, तो या तो हमारा ध्यान भटक जायेगा और हम रास्ता भूल जायेंगे, या हम देव-शरण में पहुँच जायेंगे और मनुष्य जीवन का उद्धार करेंगे।
देवहिति मोबाइल एप्लीकेशन और वेबसाइट का भी तात्पर्य यही है। हम एक छोटी सी शुरुआत कर रहे हैं, जिसमे हम कोशिश कर रहे हैं कि देश दुनिया में धर्म का प्रसार हो और लोगों को सनातन धर्म व संस्कृति से जुड़ने का सौभाग्य मिले।
हर भक्त के भगवान अलग होते हैं! किसी के शिव तो किसी के महेश्वर, शम्भू, पिनाकी, शशिशेखर, वामदेव, विरूपाक्ष, कपर्दी, नीललोहित, शंकर, महादेव! कोई बालगणपति को चाहता है तो कोई भालचन्द्र, बुद्धिनाथ, धूम्रवर्ण, एकाक्षर, एकदन्त, गजकर्ण, गजानन, गजवक्र, गजवक्त्र, गणाध्यक्ष, गणपति, गौरीसुत, लम्बकर्ण, लम्बोदर, महाबल, महागणपति, महेश्वर, मंगलमूर्ति, सिद्दिविनायक के भक्त हैं! किसी को बालगोपाल दिखते हैं तो किसी को कान्हा, किसी के मुरलीधर हैं तो किसी के माखनचोर।
जब एक प्रभु के पास पहुँचने के इतने सारे द्वार हो सकते हैं तो हम आपके लिए प्रभु के विग्रह के दर्शन लाने का प्रयास कर रहे हैं। यहाँ देवहिति मोबाइल एप्लीकेशन और वेबसाइट पर आपको अधिक से अधिक मंदिरों के लाइव दर्शन कराने का हमारा प्रयास है।